शाइरी के नये दौर - 2 उर्दू शाइरी के इतिहास में जिस दौर को स्वर्णयुग कहा-माना जाता है, 'शाइरी के नये दौर' के पाँच भागों में उसी दौर के प्रख्यात आधुनिक उर्दू शाइरों की श्रेष्ठतम शाइरी का संचयन है। पहला दौर शाइरे-इन्क़िलाब 'जोश' मलीहाबादी का 3500 पृष्ठों से चुना गया श्रेष्ठ कलाम एवं जीवन परिचय। दूसरा दौर 1920 ई. के बाद के ख्यातिप्राप्त वर्तमानयुगीन शाइरों— आनन्दनारायण मुल्ला, फ़िराक़ गोरखपुरी, मुनव्वर लखनवी, हरीचन्द अख़्तर, हफ़ीज़ जालन्धरी के बेहतरीन कलाम और जीवन परिचय। तीसरा दौर उर्दू के प्रतिष्ठित राष्ट्रकवि (क़ौमी शाइर) हज़रते सागर निजामी का सर्वश्रेष्ठ कलाम और परिचय। चौथा दौर तीन प्रतिष्ठित आधुनिक शाइरों—अख़्तर शीरानी, अब्दुल हमीद अदम, एहसान दानिश के श्रेष्ठ कलाम और जीवन परिचय। पाँचवाँ दौर चार लब्धप्रतिष्ठ शाइरों—जमील मज़हरी, रविश सिद्दीक़ी, अफ़सर मेरठी, निहाल सेवहारवी के चुने हुए श्रेष्ठ कलाम और जीवन परिचय। उर्दू साहित्य के मनस्वी विद्वान् और प्रखर विचारक अयोध्याप्रसाद गोयलीय द्वारा तैयार की गयी ये बेजोड़ पुस्तकें, विश्वास काव्य-प्रेमी पाठकों की एक बड़ी ज़रूरत को पूरा करेंगी।
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