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Buraansh

Hardbound
Hindi
9789390659777
1st
2022
144
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₹260.00

बुरांश - 'बुरांश' स्वाति मेलकानी का दूसरा कविता संग्रह है। उनका प्रथम संग्रह 'जब मैं ज़िन्दा होती हूँ' भारतीय ज्ञानपीठ की नवलेखन श्रृंखला के अन्तर्गत 2014 में प्रकाशित हुआ था। स्वाति मेलकानी सन्तुलित एवं प्रभावी भाषा की धनी हैं। उनकी कविताओं के विषय अपने विस्तार को सीमा में नहीं बाँधते। विविध विषयों पर लिखी इन कविताओं में सशक्त बिम्बों का अनूठा प्रयोग है। स्वाति की कविताएँ पहाड़ का प्रतिनिधित्व करने के साथ-साथ वैश्विक अनुभूतियों को भी सहेजती हैं। उनकी दृष्टि व्यापक एवं सूक्ष्म है। कोमल मानवीय भावबोध एवं विराट वैश्विक विमर्शों का दुर्लभ समागम इन कविताओं में देखने को मिलता है। एक अति पठनीय कृति।

स्वाति मेलकानी (Swati Melkani )

स्वाति मेलकानी - जन्म स्थान: पटवाडागर, नैनीताल। शिक्षा: स्नातकोत्तर (भौतिक विज्ञान, शिक्षाशास्त्र), एम.एड., नेट। प्रकाशित रचनाएँ: उत्तरा, पाखी, हंस, नया ज्ञानोदय, वागर्थ, समकालीन भारतीय साहित्य

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