Kishor Gaurav
किशोर गौरव एक स्वतन्त्र शोधकर्ता और अनुवादक हैं। इन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली के सेंटर फॉर फ्रेंच एंड फ्रैंकोफ़ोन स्टडीज़ से 2018 में पश्चिमी भारतीय महासागर के फ्रेंच और क्रेओल भाषी द्वीपों के साहित्य पर पीएच.डी. किया है फ्रेंच से हिन्दी और अंग्रेज़ी में इनके अनुवाद समय- समय पर प्रकाशित होते रहे हैं, जिनमें प्रमुख हैं- लिट्रेचर्स ऑफ़ हिन्दुस्तान : 1850-1860- गार्सा द तासी (2020), ज्या क्लौद पेरिए की ट्रैवल्स इन फ्रेंच इंडिया (2017) और सेबास्तियाँ ऑरतीज का उपन्यास तालेब (प्रकाशनाधीन) ।