Gulmohar Ke Guchchhe

Manjul Bhagat Author
Hardbound
Hindi
9789355185457
3rd
2022
102
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गुलमोहर के गुच्छे - मंजुल भगत के कहानी संग्रह में कुल 11 कथाएँ अपने रूप-रंग और भाषाई अदब में अलग ही दिखाई देती हैं। खोज, रसप्रिया, नालायक बहू, एक झुका हुआ आदमी, नागपाश और दूसरा प्यार आदि कहानियाँ मनुष्य जीवन के प्रत्येक पक्ष को जिज्ञासा, कोमलता और प्रेम की भावना के साथ प्रस्तुत करती हैं। उनकी इन सभी कहानियों की भाषा में पात्रानुकूल और क्षेत्रानुकूल संवाद पाये जाते हैं। हिन्दी, उर्दू, अंग्रेज़ी के अलावा वे राजस्थान तथा दिल्ली आदि क्षेत्र के लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा का भी प्रयोग इन्होंने अपनी कहानियों में संवाद के रूप में प्रयोग किया है जिसके कारण उनकी कहानियों में लोकजीवन की सजीवता भी आ जाती है।

मंजुल भगत (Manjul Bhagat)

मंजुल भगत (1936 - 1998) जन्म : 22 जून, 1936, मेरठ (उत्तर प्रदेश)। शिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.ए. (अंग्रेज़ी)। मंजुल भगत ने लेखन कार्य 1970 में आरम्भ किया। मूलतः वे कहानीकार हैं, इसलिए उनकी हर कहानी एक मुक

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