‘कच्ची धूप’ महाराष्ट्र टाइम्स में प्रारम्भ किया गया यह स्तम्भ बहुत ही लोकप्रिय हुआ। पाठकों ने इन लेखों का हृदय से स्वागत किया। विजय तेंडुलकर की अन्तर्दृष्टि अत्यधिक तीव्र है वह नित्य-प्रति जीवन के समक्ष घटने वाली सामान्य घटनाओं की अभिव्यक्ति इतनी सहजता और मार्मिकता से करते हैं कि पाठक मन्त्रमुग्ध सा हुआ उन्हें आसपास घटित होता हुआ सा महसूस करता है। इन लेखों का हृदयग्राही रसास्वादन ‘कच्ची धूप’ पुस्तक के माध्यम से किया जा सकता है।
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