Badri Narayan
बद्री नारायण
बद्री नारायण, गोविन्द बल्लभ पन्त सामाजिक विज्ञान संस्थान, इलाहाबाद के सेंटर फॉर कल्चर, पावर एण्ड चेंज में सामाजिक इतिहास/सांस्कृतिक नृत्तत्त्वशास्त्र विषय में संकाय सदस्य हैं। वे यहाँ पर विकसित हो रहे मानव विकास संग्रहालय एवं दलित रिसोर्स सेंटर के भी प्रभारी हैं। ये यू.जी.सी., आई.सी.एस.एस.आर., आई.सी.एच.आर. तथा इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ एडवांस्ड स्टडीज़, शिमला के फ़ेलो रह चुके हैं। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ एशियन स्टडीज, लाइडेन, मैसौन द साइंसेज द लॉ होम, पेरिस में भी फ़ेलो रहे हैं। फुलब्राइट एवं स्माट्स फ़ेलोशिप भी उन्हें मिली है। वे हिन्दी के बहुचर्चित युवा कवि हैं। वे हिन्दी एवं अंग्रेज़ी में इतिहास, साहित्य एवं समाज वैज्ञानिक मुद्दों पर लिखते हैं। उनके दो कविता संकलन 'सच सुने कई दिन हुए' और 'शब्दपदीयम्' काफ़ी चर्चित रहे हैं।
सम्पादन सहयोगी अर्चना सिंह, बृजेन्द्र कुमार गौतम, निवेदिता सिंह, ऋचा पाण्डेय तथा ऋतु सुरेका दलित संसाधन केन्द्र, गोविन्द बल्लभ पन्त सामाजिक विज्ञान संस्थान, इलाहाबाद में शोध-सहायक के रूप में कार्यरत हैं।