Czeslaw Milosz
चेस्वाव मिवोश
साहित्य के लिए 1980 के नोबेल पुरस्कार विजेता चेस्वाव मिवोश (जन्म 1911) को पोल भाषा तथा पोलैण्ड का महानतम समसामयिक कवि माना जाता है, यद्यपि वे अपनी मातृभूमि से पिछले 40 वर्षों से ‘आत्म-निर्वासन' में रह रहे हैं। मिवोश के लेखन के सरोकार मानवीय एवं ईसाई हैं जिनकी जद में अच्छाई और बुराई, राजनीति, इतिहास, आध्यात्मिक अनुशीलन तथा व्यक्तिगत एवं राष्ट्रीय अस्मिता आदि आ जाते हैं। उनका सारा प्रयत्न अनुभवों का सामना करने का रहा है किन्तु उससे भी आगे वे इतिहास की कुरूपताओं और सुन्दरताओं को भी जानते हैं। उनका लेखन यह प्रमाणित करता है कि हमारे समय की भयावह अमानवीयताओं के बावजूद एक कवि इस दुनिया को ऐसी जगह मानता है जहाँ सत् और असत् अभी भी बहुत सार्थक अवधारणाएँ हैं और परस्पर विरोधी शक्तियों के रूप में सक्रिय हैं।