Shyama Charan Dube

श्यामाचरण दुबे -
जन्म 1922, सिवनी, मध्य प्रदेश भारत के अग्रणी समाज वैज्ञानिकों में अग्रणी। उनकी अन्तरराष्ट्रीय पहचान 1955 में 'इण्डियन विलेज' के प्रकाशन से बनी। भारत की जनजातियों और ग्रामीण समुदायों पर उनकी पुस्तकों को आदर से पढ़ा जाता है। उन्हें अनेक राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय सम्मानों के अतिरिक्त मानद उपाधियाँ भी मिलीं तथा उनकी कई पुस्तकों के अनेक भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनुवाद भी हुए हैं। हिन्दी साहित्य में उनकी गहरी रुचि थी और वे भारत के कई शीर्षस्थ सम्मानों की प्रवर समितियों से जुड़े रहे।
हिन्दी में उनके प्रकाशन हैं : मानव और संस्कृति, परम्परा इतिहास बोध और संस्कृति तथा शिक्षा,समाज और भविष्य।