Jan Otcenasek

यान ओत्वेनाशेक

चेकोस्लोवाकिया में जन्मे यान ओत्वेनाशेक (1924- 1979) अपने देश के अग्रणी कथाकार थे। यान ओत्वेनाशेक ने अपनी समूची व्यक्ति सत्ता से उस विभीषिका और वर्वरता को जिया, दूसरे महायुद्ध के दौरान जिसने सम्पूर्ण यूरोप को अपनी चपेट में ले लिया था। यान ओत्वेनाशेक की प्रस्तुति कृति के विश्व की लगभग दो दर्जन प्रमुख भाषाओं में अनुवाद हो चुके हैं। हिन्दी में इसे सीधे चेक भाषा से अनूदित करने का कार्य प्रख्यात हिन्दी कथाकार निर्मल वर्मा ने किया है।