K. Satchidanandan

के. सच्चिदानन्दन द्विभाषी कवि, आलोचक, नाटककार, सम्पादक, कथाकार और यात्रा वृत्तान्त लेखक हैं।

मलयालम, अंग्रेज़ी, हिन्दी, अविक, आइरिश, फ्रेंच, जर्मन, इटेलियन, स्पेनिश, चीनी और जापानी भाषा सहित अनेक प्रमुख भाषाओं में कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।

उन्हें अब तक राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर के 52 साहित्यिक पुरस्कार मिल चुके हैं।

केरल में इन्हें कविता और सम्पूर्ण साहित्य अवदान के लिए केरल के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। अपने साहित्यिक अवदान के लिए उन्हें कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, उड़ीसा और महाराष्ट्र के सर्वोच्च सम्मान भी मिल चुके हैं।

श्री सच्चिदानन्दन ने लगभग 2000 पृष्ठों का काव्यानुवाद का विपुल कार्य भी किया है और यह अनुवाद विश्व की लगभग सभी भाषाओं से किया गया है। इन अनुवादों को 6 खण्डों में संकलित किया गया है।

शेक्सपियर के सभी सीनेट्स का इनके द्वारा मलयाली भाषा में अनुवाद किया गया है। साथ ही हिन्दी भक्ति काव्य का 5 खण्डों में अनुवाद प्रकाशित हुआ है जिनमें कबीर, सूरदास, बुल्लेशाह, तुकाराम, वासव, अक्कमहादेवी, नामदेव, ज्ञानदेव, चोखा मेला आदि सन्त कवि शामिल हैं।

उन्होंने अपनी कविताओं और वक्तव्यों का पाठ दुनिया के 30 देशों में और छह

महाद्वीपों में किया है।

उन्होंने केदारनाथ सिंह सहित कई भारतीय और एशियाई कविताओं के कई

संकलनों का अंग्रेजी में सम्पादन भी किया है।

साहित्यिक सिद्धान्त, आलोचना, निबन्ध, शिक्षा शास्त्रीय निबन्ध, संस्कृति, दर्शनशास्त्र, पर्यावरण, राजनीति आदि पर उनकी 20 पुस्तकें मलयालम में प्रकाशित हैं। साथ ही भारतीय साहित्य पर अंग्रेज़ी में उनकी पाँच किताबें प्रकाशित हैं।

के. सच्चिदानन्दन केरल में अंग्रेज़ी भाषा के प्रोफ़ेसर और साहित्य अकादेमी की पत्रिका 'इंडियन लिटरेचर' के सम्पादक रहे हैं। साहित्य अकादेमी के सचिव, इग्नू मं अनुवाद सम्बन्धी अध्ययनों के प्रोफ़ेसर रहे हैं। उन्होंने चार पत्रिकाओं का मलयालम में और दो पत्रिकाओं का अंग्रेज़ी में सम्पादन किया है।