Satyapal Sehgal
सत्यपाल सहगल का सम्बन्ध भारत-विभाजन के परिणामस्वरूप पश्चिमी पंजाब से पूर्वी पंजाब में विस्थापित हुए एक परिवार से है। सुनाम में जन्म। रोज़गार के चलते कुनबा हरियाणा के सिरसा नगर में स्थानान्तरित हुआ। वहीं पर स्कूल और कॉलेज स्तर की शिक्षा । चण्डीगढ़ के पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी एम. ए. और डॉक्टरेट । इसी विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में अध्यापन - कार्य करते प्रोफ़ेसर और अध्यक्ष रहे । कविता के अलावा आलोचना, ललित-लेखन और हिन्दी अनुवाद के क्षेत्र में भी प्रचुर कार्य । पहला काव्य-संग्रह कई चीजें 1995 में प्रकाशित । पत्र-पत्रिकाओं में फैले अनगिन लेखों और काव्य-कर्म के साथ लगभग एक दर्जन सहयोगी और सम्पादित संकलनों में कविता, आलोचना और गद्यपरक रचनात्मकता शामिल । कुछ पुस्तकें हैं : धूप और गन्ध (1989), बाहर सब शान्त है (1991), यह ऐसा समय है (1993), क्या सम्बन्ध था सड़क का उड़ान से (1995), सदी के अन्त में हिन्दी कविता (1998), कविता के सौ बरस (2001), दस बरस (2002), काव्यांजलि (2009), लीलाधर जगूड़ी : जीवन और कविता (2015), आवाज़ें (जलसा 4, 2015), दूसरी हिन्दी (2017)। नॉर्वे, ऑस्ट्रिया और इटली में कविता - पाठ । अग्रगण्य पंजाबी कवि लाल सिंह दिल की अनूदित कविताओं का पुस्तकाकार रूप लाल सिंह दिल : प्रतिनिधि कविताएँ ( 2013) विशेष लोकप्रिय । अंग्रेज़ी में भी प्रकाशित आलोचनात्मक लेखन; शीघ्र पुस्तक रूप में आयेगा ।
सम्पर्क : satyapalsehgal@gmail.com