Mohammad Mankad
मोहम्मद मांकड -
गुजराती के सुप्रसिद्ध कहानीकार और उपन्यासकार मोहम्मद मांकड (जन्म: 13 फ़रवरी, 1928, पालियाड, भावनगर, गुजरात) की गणना मानव-संवेदना का सहज, सरल फिर भी बेधक भाषा में प्रादुर्भाव करने वाले सर्जक-कुल के लेखकों में गौरव के साथ की जाती है। उनकी प्रथम कहानी 'रहेंसानां जीवन' 1948 में प्रकाशित हुई थी। तब से अब तक चार दशकों की सृजन-यात्रा की इस दीर्घ अवधि में उन्होंने लगभग 40 कृतियाँ लिखकर गुजराती साहित्य की समृद्धि में अपूर्व योगदान किया है। उनके आठ महत्त्वपूर्ण उपन्यासों के अतिरिक्त ढाई सौ से अधिक कहानियाँ अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं, साथ ही अनेक चिन्तनपरक लेख भी।
जी.एम. त्रिपाठी फ़ेलोशिप (1964), काका साहिब केलकर पुरस्कार (1969), गुजरात राज्य सरकार पुरस्कार (तीन बार—1969, 71, 73) से सम्मानित मोहम्मद भाई आज भी अनवरत चिन्तनपरक लेखन में संलग्न हैं।