Dr. Dattaprasad Dabholkar
डॉ. दत्तप्रसाद दाभोलकर -
जन्म 1943 में महाराष्ट्र के सातारा में। शिक्षा सातारा तथा बम्बई में। बम्बई विश्वविद्यालय से 1967 में रसायनशास्त्र में पीएच.डी. प्राप्त। 'रायल सोसाइटी ऑफ़ कैमिस्ट्री' तथा 'प्लैस्टिक एंड रबड़ इन्स्टिट्यूट' जैसी विदेशों की मूर्धन्य संस्थाओं के ससम्मान फ़ेलो। सौ से अधिक अन्वेषण निबन्ध प्रकाशित। अपने औद्योगिक अनुसन्धान के व्यापारिक अधिकार सुरक्षित रखने वाले 70 से ज़्यादा पेटैन्ट्स आपके नाम पर है। दक्षिण गंगोत्री या अन्टाक्टिका अभियान के सदस्य रहे हैं। 'विज्ञानेश्वरी' के अतिरिक्त विगत दशक की महत्वपूर्ण घटनाओं पर शोध भावना से लिखी 'बखर राजधानीची (राजधानी की बखर)' एवं श्री नानाजी देशमुख के 'गोंडा प्रकल्प' और ग्रामदान में प्राप्त 100 ग्रामों की देखभाल करने वाले 'गोबिन्दपुर आश्रम' की शोध-यात्रा पर आधारित पुस्तक 'प्रकाशवाटा' (प्रकाश की राहे) बहुचर्चित पुस्तकें रही हैं। फिलहाल दिल्ली की 'श्रीराम इन्स्टिट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च' में विगत दस वर्षों से संयुक्त निदेशक के पद पर कार्य कर रहे है। व्यवसाय से वैज्ञानिक तथा प्रशासक हैं।