Jacinta Kerketta

जसिन्ता केरकेट्टा - जसिन्ता केरकेट्टा एक कवि, लेखक और स्वतन्त्र पत्रकार हैं जो पश्चिमी सिंहभूम ज़िले के उराँव आदिवासी समुदाय से सम्बन्ध रखती हैं। वे हिन्दी भाषा में लिखती हैं। जसिन्ता ने अपनी कविताओं में आदिवासी समुदायों के साथ, उनके संघर्षों के साथ हुये अन्याय पर प्रकाश डाला है। वे नयी पीढ़ी की कवयित्री हैं और आदिवासी-सम्वेदना व सरोकारों के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रही हैं। अपने स्कूली दिनों से ही वे कविताएँ लिख रही है। पत्रकारिता के पेशे में आने के बाद उनके कविता सृजन में कुछ समय के लिए ठहराव आ गया था लेकिन अपने कवि मन को फिर से अर्जित कर उन्होंने लगातार अपनी कविताओं के माध्यम से समूचे आदिवासी समाज को सूक्ष्मता से लिखा। जसिन्ता की कविताओं में झारखण्ड और यहाँ के लोग हैं। उनकी कविताओं में आदिवासी समाज के साथ किये गये अत्याचार, अमानवीय व्यवहार और दोहन है तो ग़ैर-आदिवासी समाज के पाखण्ड और षड्यन्त्र पर चोट भी है।