Mahinder Singh Sarna
महिंदर सिंह सरना -
जन्म: 25 सितम्बर, 1923, रावलपिण्डी (पाकिस्तान) में।
देश-विभाजन के समय भारत-आगमन। दिल्ली में अकाउंटेंट जनरल के पद पर कार्य करते हुए 1981 में सेवानिवृत्त।
कृतियाँ: पहला कहानी-संग्रह 'पत्थर दा आदमी' 1949 में प्रकाशित। अब तक चार उपन्यास, नौ कहानी-संग्रह तथा चार काव्य-ग्रन्थ प्रकाशित; जिनमें 'वंजली ते विकलनी', 'सुपनया दी सीमा', 'कलिंगा' (कहानी-संग्रह), 'पीड़ा मले राह' (उपन्यास) और 'चमकौर' एवं 'साका जिन किया' (महाकाव्य) प्रमुख हैं। अनेक रचनाएँ हिन्दी, उर्दू, गुजराती, तमिल, मलयालम, अंग्रेज़ी एवं पोलिश में अनूदित।
पुरस्कार-सम्मान: कहानी-संग्रह 'कलिंगा' पंजाब सरकार के भाषा विभाग तथा 'वंजली ते विकलनी' पंजाब साहित्य समीख्या बोर्ड द्वारा सम्मानित एवं पुरस्कृत 'चमकौर' के लिए हरियाणा सरकार द्वारा भाई संतोषसिंह पुरस्कार एवं 'साका जिन किया' के लिए पंजाब सरकार का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार। पंजाबी साहित्य में सम्पूर्ण योगदान के लिए 1981 में साहित्य कला परिषद्, दिल्ली द्वारा और 1982 में सेवा सिफ़्ती अन्तर्राष्ट्रीय द्वारा विशेष रूप से सम्मानित।