Sunil Gangopadhyay Translated by Indira Chatterjee
सुनील गंगोपाध्याय -
बांग्ला के मूर्धन्य कथाकार, कवि एवं पत्रकार।
जन्म: 7 सितम्बर, 1934, फ़रीदपुर (बांग्लादेश) में।
शिक्षा: कलकत्ता विश्वविद्यालय से एम.ए.।
पाँचवें दशक के आरम्भ में एक काव्य-पत्रिका 'कृत्तिबास' में सम्पादकीय एवं कविता लेखन। अनन्तर उपन्यासकार एवं कथाकार के रूप में सर्वाधिक लोकप्रिय।
दो सौ से अधिक कृतियाँ प्रकाशित। प्रमुख हैं—'आत्मप्रकाश' (उपन्यास), 'सेइ समय' (उपन्यास), 'धूलिवसन' (उपन्यास), 'एका एवं कयेकजन' (कविता-संग्रह) के साथ ही कहानियों के संग्रह और बालोपयोगी रचनाएँ। भारतीय ज्ञानपीठ से 'उत्तर सन्धान' उपन्यास प्रकाशित।
अनेक कृतियाँ प्रायः सभी भारतीय भाषाओं सहित अनेक विदेशी भाषाओं में अनूदित।
सुनील जी 'नील लोहित', 'सनातन पाठक' और 'नील उपाध्याय' उपनामों से भी लिखते रहे हैं। आनन्द पुरस्कार, बंकिम पुरस्कार, साहित्य अकादेमी पुरस्कार सहित कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित।