Vandana Yadav
वन्दना यादव
साहित्यकार, मोटिवेशनल स्पीकर, एंकर और समाज सेविका वन्दना यादव का जन्म 9 सितम्बर को बीकानेर, राजस्थान में हुआ। आपका वर्तमान निवास स्थान दिल्ली है। अनेक वर्षों तक शिक्षण से जुड़ी रहने के बाद अब वन्दना जी पूर्णतः लेखन और सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित हैं। आपकी प्रमुख कृतियाँ हैं: 'शुद्धि', 'कितने मोर्चे' (उपन्यास), 'ये इश्क़ है', 'तुम कुछ कह दो', 'कुछ कह देते' (कविता संग्रह), 'कौन आएगा' (हिन्दी से उर्दू में अनुदित कविता संग्रह), 'अब मंजिल मेरी है!' (मोटीवेशनल पुस्तक), 'सब्जियों वाले गमले' (बाल साहित्य), 'नतमस्तक' (नवसाक्षरों के लिए कहानी की किताब)। सम्पादन: 'ज़िन्दगी और मौत के बीच' कहानी संग्रह सहित छः किताबों का आपने सम्पादन किया है। दूरदर्शन एवं अन्य चैनल पर साक्षात्कार तथा आकाशवाणी से निरन्तरता से रचना पाठ। वन्दना जी के लिखे लेख, कहानियाँ और कविताएँ आदि समाचार-पत्र, पत्रिकाओं में निरन्तरता से प्रकाशित होते रहते हैं। साहित्य और समाज सेवा के लिए काका साहब कालेलकर समाज सेवा सम्मान, सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान, महादेवी वर्मा सम्मान सहित अनेक सम्मानों से सम्मानित।