Prof. Phoolchand Jain Premi
प्रो. फूलचन्द जैन प्रेमी -
माता एवं पिता श्रीमती उद्यती देवी जैन एवं सिंघई नेमिचन्द्र जैन।
जन्म एवं स्थान : 12-07-1948, पो. आ. दलपतपुर, सागर (म.प्र.)।
कार्यक्षेत्र : एमेरिटस प्रोफ़ेसर, जैन विश्व भारती संस्थान, लाडनूं, पूर्व प्रोफ़ेसर एवं जैनदर्शन विभागाध्यक्ष, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी; पूर्व निदेशक, भोगीलाल लहेरचन्द इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडोलॉजी, दिल्ली; पूर्व अध्यक्ष, अखिल भारतवर्षीय दि. जैन विद्वत् परिषद्, अधिष्ठाता - श्री स्याद्वाद महाविद्यालय भदैनी, वाराणसी, सम्पादक- जैनसन्देश।
प्रकाशित ग्रन्थ- 1. मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन (तीन पुरस्कारों से पुरस्कृत प्रसिद्ध शोधप्रबन्ध), 2. लाडनूं के जैनमन्दिर का कला वैभव, 3. जैनधर्म में श्रमणसंघ, 4. जैनसाधना पद्धति में तप, 5. प्राकृत भाषा विमर्श, 6. श्रमण संस्कृति एवं वैदिक व्रात्य, 7. मूलाचार भाषा वचनिका, 8. प्रवचन प्ररीक्षा। शताधिक शोध एवं अन्य आलेख प्रकाशित।
पुरस्कार : 1. महावीर पुरस्कार, 2. चम्पालाल स्मृति साहित्य पुरस्कार, 3. विशिष्ट पुरस्कार उ.प्र. संस्कृत संस्थान, लखनऊ, 4. श्रुतसंवर्धन पुरस्कार, 5. गोम्मटेश्वर विद्यापीठ पुरस्कार, 6. आचार्य ज्ञानसागर पुरस्कार, 7. अहिंसा इंटरनेशनल अवार्ड, 8. जैन विद्वत् सम्मेलन (श्रवणबेलगोला) संयोजकीय सम्मान (2006), 9. जैन आगम मनीषा सम्मान, जैन विश्वभारती, लाडनूं।