Sneha Dev
स्नेहा देव -
अपने जज़्बातों को कविता के माध्यम से व्यक्त करती हैं। बात कविता से न बनें तो पेंटिंग भी करती हैं। मितभाषी कवयित्री स्नेहा देव अपनी कविताओं में स्त्री हृदय की मनोभावनाओं और उनकी आकांक्षाओं की बड़ी शिद्दत से पेश करती हैं। कला स्नातक स्नेहा देव अपनी कविताओं के ज़रिये जीवन के उन सभी अनुभवों को विस्तार देती हैं जो स्त्री के एक परिधि बोध से उपजी हैं। जीवन के अलग-अलग पड़ावों और परिस्थितियों के गर्भ से उपजी इनकी कविताओं में सम्भावना के असीम और पहली कविता संग्रह के साथ इस नवोदित कवयित्री का हिन्दी जगत में स्वागत किया जाना चाहिए।