Ramakant Rath
रमाकान्त रथ -
ओड़िया के वरिष्ठतम आई.ए.एस. अधिकारी ही नहीं, रमाकान्त रथ ओड़िया के शीर्षस्थ कवियों में से हैं। उनके अब तक 8 कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं। ‘सप्तमऋतु’ 1978 के साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित हुआ है। उसके बाद प्रकाशित ‘श्रीराधा’ (खण्ड-काव्य) ओड़िया की अत्यन्त चर्चित कृति है। परिपक्व संवेदनशीलता, प्रगाढ़ मानवीय चेतना, प्रतीकात्मक भाषा-लालित्य और काव्य-शिल्प की कुशाग्रता के धनी रमाकान्त रथ की कविता आधुनिक भारतीय साहित्य की अमूल्य निधि है।
अनुवादक - श्रीनिवास उद्गाता
ओड़िया के प्रतिष्ठित कवि और कथाकार श्रीनिवास उद्गाता ओड़िया पाठकों को हिन्दी की उत्कृष्ट कृतियों तथा हिन्दी जगत को ओड़िया साहित्य से अनुवाद के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान किया है। एक ओर धर्मवीर भारती की ‘कनुप्रिया’ का ओड़िया अनुवाद किया है तो अब रमाकान्त रथ की ‘श्रीराधा’ हिन्दी पाठकों को समर्पित कर रहे हैं।
राजेन्द्र प्रसाद मिश्र
किसी ओड़िया कृति का हिन्दी अनुवाद हाथ आते ही जिनका सहज ध्यान आता है, उनमें राजेन्द्र मिश्र प्रमुख हैं।