Rajnarayan Bohare
राजनारायण बोहरे -
बीसवीं सदी के छठे दशक में जनमे राजनारायण बोहरे पेशे से सहायक विक्रयकर अधिकारी हैं। हिन्दी साहित्य में एम.ए. करने के साथ ही उन्होंने क़ानून तथा पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातक की उपाधियाँ प्राप्त कर अध्ययन को जारी रखा।
प्रकाशन: इज़्ज़त-आबरू, गोष्टा तथा अन्य कहानियाँ (कहानी-संग्रह); मुखबिर (उपन्यास)। किशोरों के लिए भी लेखन, समीक्षा आलेख एवं व्यंग्य लेख।
पुरस्कार/सम्मान: मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन का वागीश्वरी पुरस्कार, साहित्य अकादेमी, मध्य प्रदेश का सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार।