Manoj Das Translated By Dr. Rajendra Prasad Mishr
मनोज दास -
आधुनिक साहित्य के क्षेत्र में ओड़िया के अग्रणी कहानीकार मनोज दास (जन्म-1934) को ओड़िया की ही तरह अंग्रेज़ी के कहानी-लेखक के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। प्रख्यात लेखक ग्राहम ने उनके लेखन पर बड़ी प्रशंसात्मक टिप्पणी की है। आधुनिक ओड़िया गद्य-साहित्य के प्रवर्तक फ़क़ीर मोहन सेनापति, सोमदेव, विष्णु शर्मा आदि की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए उनके सम्पूर्ण साहित्य का प्रेरणास्रोत वेदोपनिषद् तथा ओड़िया लोककथा की भारतीय सांस्कृतिक धारा है।
साहित्य के क्षेत्र में मनोज दास को प्राप्त सम्मानों में प्रमुख हैं—ओड़िया साहित्य अकादमी पुरस्कार (1965), केंद्रीय साहित्य अकादेमी पुरस्कार (1972), सारला सम्मान (1981) तथा विषुव सम्मान (1987)।
ओड़िया में इनके चार प्रमुख कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं—कथा ओ कहानी, समुद्रर क्षुधा, लक्ष्मीर अभिसार, दुर-दुरान्तर।
अनुवादक - डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मिश्र -
जन्म: 6 अप्रैल, 1955 रायरंगपुर, मयूरभंज (उड़ीसा) में। एम.ए. (हिन्दी) व पीएच.डी. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली से।
पिछले एक दशक से ओड़िया की विभिन्न विधाओं का हिन्दी में अनुवाद। अब तक 20 से भी अधिक अनूदित पुस्तकें प्रकाशित।