Masti Venkatesh Iyengar Translated by B.R. Narayan
मास्ति वेंकटेश अय्यंगार -
मास्ति वेंकटेश अय्यंगार कन्नड़ भाषा के एक जाने-माने साहित्यकार थे। वे भारत के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हैं और यह विशिष्ट सम्मान पाने वाले वे कर्नाटक के चौथे लेखक थे। मास्ति जी ने कुल मिलाकर 137 पुस्तकें लिखीं। जिसमे से 120 कन्नड़ भाषा में थीं तथा शेष अंग्रेज़ी में। उनके द्वारा रचे गये ग्रन्थ सामाजिक, दार्शनिक और सौन्दर्यात्मक विषयों पर आधारित हैं। कन्नड़ भाषा के लोकप्रिय साहित्यिक संचलन, 'नवोदया' में वे एक प्रमुख लेखक थे। उन्हें अपनी कहानियों के लिये बहुत प्रसिद्ध प्राप्त थी। वे अपनी सभी रचनाएँ 'श्रीनिवास' उपनाम से लिखते थे। मास्ति जी को प्रेम और सम्मान से मास्ती कन्नड़दा आस्ति कहा जाता था क्योंकि उन्हें कर्नाटक का एक अनमोल रत्न माना जाता था। मैसूर के माहाराजा नलवाड़ी कृष्णराजा वडियर ने उन्हें राजसेवासकता की पदवी से सम्मानित किया था।