Maheshwar
महेश्वर -
जमशेदपुर, झारखण्ड में जन्म व राँची विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्नातक। दिल्ली विश्वविद्यालय से चेक भाषा व साहित्य का अध्ययन। जामिया मिल्लिया इस्लामिया से एम.ए. और जे.एन.यू. से चेक साहित्य पर एम.फिल. व पीएच.डी. की उपाधि। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से जनसंचार एवं पत्रकारिता में एम.ए.।
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनुवाद व आलेख प्रकाशित। भाषाई 'अस्मिता और हिन्दी का वैश्विक सन्दर्भ', 'हिन्दी सिनेमा बिम्ब प्रतिबिम्ब', 'सरहद' और 'पास-पड़ोस' में आलेख संकलित। शैक्षिक प्रकाशक 'मधुबन' की सी.बी.एस.ई. पाठ्यक्रम के अन्तर्गत कक्षा आठवीं की पूरक पाठ्यपुस्तक में बाल सिनेमा पर आलेख शामिल।
पुस्तक 'बाल साहित्य उपलब्धि और सम्भावना' का सम्पादन। 'लोकायत', 'सबलोग', 'संवेद', 'शोध समवाय' और 'अनन्तर' के सम्पादन से सम्बद्ध। पत्रिका 'नया ज्ञानोदय' में सम्पादकीय सहयोगी। दैनिक पॉयोनियर, जनसन्देश टाइम्स, कल्पतरु एक्सप्रेस में लम्बे समय तक सिनेमा पर स्तम्भ लेखन।
'साहित्य सिनेमा सेतु सम्मान' और 'चाणक्य वार्ता विशिष्ट योगदान सम्मान' सहित कई पुरस्कार प्राप्त।
‘कविता का उदात्त स्वर : कुँवर नारायण', 'मैं भी मुँह में ज़ुबान रखता हूँ : मैनेजर पांडेय' और 'शब्द वैभव' (मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी और वियोगी हरि के स्वर में उनकी कविताओं पर आधारित) वृत्तचित्र का निर्माण। दूरदर्शन के कार्यक्रम 'चले आओ चक्रधर चमन में' व स्वतन्त्रता दिवस की कमेंट्री हेतु शोध। आकाशवाणी जमशेदपुर से कविताएँ प्रसारित।