Girish Rastogi

डॉ. गिरीश रस्तोगी - जन्म: 12 जुलाई, 1935; बदायूँ (उ.प्र.) में एम.ए., एम.एड., पीएच.डी.। हिन्दी विभाग, गोरखपुर विश्वविद्यालय से अवकाश प्राप्त सम्प्रति प्रोफ़ेसर एमेरिटस। कृतियाँ: 'आधुनिक हिन्दी नाटक', 'मोहन राकेश और उनके नाटक', 'प्रसाद की कथा साहित्य', 'समकालीन हिन्दी नाटककार', 'समकालीन हिन्दी नाटक की संघर्ष चेतना', 'नाटक और रंग परिकल्पना', 'हिन्दी नाटक और रंगमंच : नयी दिशायें नये प्रश्न', 'मुक्तिबोध और अँधेरे में', 'भारतेन्दु और अन्धेर नगरी', 'उदयशंकर भट्ट', 'भुवनेश्वर', 'रंगभाषा' तथा 'हिन्दी नाटक का आत्मसंघर्ष' (समीक्षा-ग्रन्थ); 'असुरक्षित', 'अपने हाथ बिकानी', 'नहुष' और 'आरम्भ' (मौलिक नाटक) तथा 'ताज की छाया' (कविता-संग्रह)। शोध और सम्पादन से सम्बन्धित अनेक कृतियाँ। कतिपय उपन्यास एवं कहानियों के नाट्यरूपान्तर। पुरस्कार-सम्मान: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा 'नहुष' पर महादेवी पुरस्कार (1989), 'आचार्य रामचन्द्र शुक्ल पुरस्कार' (1992), उ.प्र.सं.ना. अकादमी से उत्कृष्ट निर्देशन के लिए पुरस्कार (1990) और सुभद्राकुमारी चौहान पुरस्कार (1994)।