Shimazaki Toson Translated by Savitri Vishwanathan & Anandi Ramanathan
शिमाज़ाकि तोसोन -
(जन्म: 1872, निधन 1943)
जापान के यथार्थवादी लेखकों में एक चर्चित नाम है—शिमाज़ाकि तोसोन। उत्तर पश्चिमी जापान के शिनानो प्रान्त के मगोमे गाँव में जनमे तोसोन ने टोकियो में पाश्चात्य पद्धति से अपनी आरम्भिक शिक्षा प्राप्त की। वहाँ उन्हें अंग्रेज़ी साहित्य पढ़ने का भरपूर अवसर मिला और उनके अन्तर्मन में लेखक बनने की महत्त्वाकांक्षा जाग उठी। आरम्भ में ये आदर्शवादी दृष्टिकोण से प्रभावित थे लेकिन बाद में एक प्रसिद्ध जापानी लेखक कितामुरा का सान्निध्य पाकर वे प्रकृति और मानवता पर केन्द्रित व्यक्तिपरक नैतिक मूल्यों के पक्षधर बन गये। उन्होंने देश के अनेक भागों की यात्राएँ कीं जहाँ उन्हें प्रकृति की गरिमा और महिमा के प्रत्यक्ष दर्शन हुए एवं उनके चिन्तन में गम्भीरता आयी।
तोसोन का लेखन कार्य कविता से आरम्भ हुआ किन्तु जीवन में स्वयं जटिल संघर्षों से जूझने के कारण उनकी प्रवृत्ति स्वतः यथार्थवादी उपन्यास लेखन की ओर मुड़ गयी। सर्वाधिक चर्चित उपन्यास 'हकाई' (अवज्ञा, 1906) के अतिरिक्त उनके प्रमुख उपन्यास हैं 'इये' (परिवार, 1911), 'शिन्सेई' (नवजीवन, 1919) और 'योआके मये' (सुबह से पहले, 1935)। कई रेखाचित्र और निबन्ध रचनाएँ भी हैं।