Munawwar Rana

मुनव्वर राना

जन्म : 26 नवम्बर, 1952 को रायबरेली, उत्तर प्रदेश में। सैयद मुनव्वर अली राना यूँ तो बी. कॉम. तक ही पढ़ पाये किन्तु ज़िन्दगी के हालात ने उन्हें ज्यादा पढ़ाया भी उन्होंने खूब पढ़ा भी

माँ, ग़ज़ल गाँव, पीपल छाँव, मोर पाँव, सब उसके लिए, बदन सराय, घर अकेला हो गया, मुहाजिरनामा, सुखन सराय, शहदाबा, सफ़ेद जंगली कबूतर, फुन्नक ताल, ढलान से उतरते हुए, बगैर नक्शे का मकान और मुनव्वर राना की सी ग़ज़लें हिन्दी व उर्दू में प्रकाशित हुई।

कई किताबों का बांग्ला व अन्य भाषाओं में अनुवाद भी हुआ।

सम्पर्क : 10-सी, बोलाई दत्त स्ट्रीट, कोलकाता 700073