Yadvendra Sharma 'Chandra'
यादवेंद्र शर्मा 'चंद्र'-
पुरस्कार : साहित्य अकादेमी, फणीश्वरनाथ रेणु, मीरा, राजस्थान साहित्य अकादमी, राजस्थानी भाषा सा.सं. अकादमी, राजस्थान पत्रिका कहानी पुरस्कार व अनेक पुरस्कार।
सम्मान : साहित्य महोपाध्याय, विद्यावाचस्पति, साहित्य श्री, साहित्य मनीषी, डॉ. राहुल सांकृत्यायन साहित्य महोपाध्याय आदि अनेक सम्मान।
शोध : अनेक विश्वविद्यालयों से आठ शोध व अनेक लघु शोध।
प्रमुख कृतियाँ : संन्यासी और सुन्दरी, दीया जला दीया बुझा, एक और मुख्यमन्त्री, जनानी ड्योढ़ी, प्रजाराम, हज़ार घोड़ों का सवार, ढोलन कुंजकली, खम्मा अन्नदाता, खून का टीका ठकुराणी, कुर्सी गायब हो गयी, लगभग साठ उपन्यास। इक्यावन कहानियाँ, मेरी प्रिय कहानियाँ, चर्चित कहानियाँ, विशिष्ट कहानियाँ, लगभग 15 कहानी संग्रह।
• मैं अश्वत्थामा, चार अजूबे, जीमूतवाहन, चुप हो जाओ पीटर, महाबली बर्बरीक, आखिरी मंजिल, ताश का घर आदि
• तेरा मेरा उसकी सच (कविता संग्रह)
• इंगोरी किण पींवरी, चादा सेठाणी, 'जमारो, जोग-संजोग राजस्थानी रचनाएँ।
•गुलाबड़ी, विडम्बना, चकवे-चकवी की बात (टेलीफ़िल्में)
•लाज राखौ राणी सती (पहली राजस्थानी रंगीन फ़िल्म)।