Mughal Mahmood
मुग़ल महमूद ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1952 में फ़ारसी में एम.ए. किया। उनकी कहानियाँ पचास और साठ के दशक में अधिकतर 'कहानी' में छपी। उनकी लगभग सभी कहानियाँ नवाब-की-ड्योढ़ी बनारस, यानी अपनी खानदानी हवेली में स्थित हैं। इसी हवेली के हाते में उन्होंने 1966 में बाल भारती स्कूल खोला और जीवन भर बच्चों को नाट्य और संगीत सहित सभी विषयों में उच्च शिक्षा दी। उनके द्वारा लिखी बच्चों के लिए कहानियों का संचयन 'सुनहले पंख' सरस्वती प्रेस से प्रकाशित हुआ।