Rajwanti Mann

लेखिका, कवयित्री व शोधकर्ता तथा अभिलेख-संयोजिका

शिक्षा : रोहतक के आई.सी. (इन्दिरा चक्रवर्ती) महिला कॉलेज से स्नातक, महर्षि दयानन्द यूनिवर्सिटी रोहतक से एम.ए. (इतिहास), पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ से एम. ए. (उर्दू) एवं 'Social Radicalism in Urdu Literature :Astudy of Gender Issues and Problems 1930-1960' विषय पर पीएच.डी.

नेशनल आर्काइज़ ऑफ़ इण्डिया से पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा। पद व प्रकार्य: राज्य अभिलेखागार, हरियाणा सरकार पंचकूला में उपनिदेशक पद पर कार्यरत। दक्षिण एशियाई देशों के समूह (SAARC) लिटरेचर फ़ेस्टिवल में प्रतिभागी। दिल्ली, 2017 हरियाणा उर्दू अकादमी द्वारा ‘तर्जुमानगार पुरस्कार' यानी ट्रांसलेशन अवार्ड प्राप्त, 2012 हरियाणा सरकार के स्वर्ण जयन्ती समारोह, साहित्य संगम में पुस्तक (चन्द्रशेखर आज़ाद : विवेकशील क्रान्तिकारी) को हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा श्रेष्ठ कृति पुरस्कार, 2017 हरियाणा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान, 2007

भाषिक विशेषज्ञता : अंग्रेजी, हिन्दी व उर्दू में एक-सी महारत तथा लेखन।

प्रकाशित पुस्तकें : चन्द्रशेखर आज़ाद : विवेकशील क्रान्तिकारी; बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह और 1857 की जनक्रान्ति: भगत सिंह को फाँसी : चुनिन्दा गवाहियाँ; हैंगिंग ऑफ़ भगत सिंह : कम्पलीट ट्रिब्यूनल प्रोसिडिंग्स, हैंगिंग ऑफ़ भगत सिंह : सिलैक्ट ट्रिब्यूनल प्रोसिडिंग्स (सम्पादन); सर छोटूराम : शख़्सियत और मिशन; बबूल की छाँव (काव्य संग्रह); सोशल रैडिक्लिज़्म इन उर्दू लिटरेचर : ए स्टडी ऑफ़ जैण्डर इश्यूज़ एण्ड प्रोब्लम्स, 1930-60; परिन्दे की आरजू (काव्य संग्रह)।

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