Santosh Choubey

कवि, कथाकार, उपन्यासकार सन्तोष चौबे हिन्दी के उन विरल साहित्यकारों में से हैं जो साहित्य तथा विज्ञान में समान रूप से सक्रिय हैं। उनके तीन कथा संग्रह 'हल्के रंग की कमीज़', 'रेस्त्राँ में दोपहर' तथा 'प्रतिनिधि कहानियाँ', दो उपन्यास 'राग केदार' और 'क्या पता कॉमरेड मोहन', तीन कविता संग्रह 'कहीं और सच होंगे सपने', 'कोना धरती का' एवं 'इस अ-कवि समय में' प्रकाशित और चर्चित हुए हैं। टेरी इगल्टन, फ्रेडरिक जेमसन, वॉल्टर बेंजामिन एवं ओडिसस इलाइटिस के उनके अनुवाद 'लेखक और प्रतिबद्धता' तथा 'मॉस्को डायरी' के नाम से प्रकाशित हैं।

सन्तोष चौबे की पुस्तक 'कम्प्यूटर : एक परिचय' हिन्दी में कम्प्यूटर की पहली किताब थी जिसे भारत सरकार का 'मेघनाद साहा' पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसी विषय पर पाँच अन्य पुस्तकों और बच्चों के लिए 'कम्प्यूटर की दुनिया' एवं 'कम्प्यूटर आपके लिए' शृंखला में छः अन्य पुस्तकों का लेखन। कई विज्ञान नाटकों का लेखन और मंचन। 'गैलीलियो' का हिन्दी में अनुवाद तथा मंचन।

श्री चौबे को मध्यप्रदेश साहित्य परिषद् का दुष्यन्त कुमार पुरस्कार, भारत सरकार का मेघनाद साहा पुरस्कार, भारत सरकार का राष्ट्रीय विज्ञान प्रचार पुरस्कार, समग्र विज्ञान लेखन के लिए मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी का डॉ. शंकर दयाल शर्मा पुरस्कार, राष्ट्रपति द्वारा इंडियन इनोवेशन अवॉर्ड तथा नैसकॉम आई.टी. इनोवेशन अवॉर्ड एवं एशियन फोरम का प्रतिष्ठित i4d अवॉर्ड प्राप्त हुआ है। सामाजिक उद्यमिता के लिए उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित श्वॉब फाउंडेशन अवॉर्ड तथा सीनियर अशोक फेलोशिप भी प्राप्त हुए हैं।

भारतीय इंजीनियरिंग सेवा तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित सन्तोष चौबे, वर्तमान में डॉ. सी.वी. रामन् विश्वविद्यालय तथा आईसेक्ट विश्वविद्यालय के चांसलर हैं तथा आईसेक्ट नेटवर्क, राज्य संसाधन केन्द्र एवं वनमाली सृजन पीठ के अध्यक्ष हैं।

सम्पर्क : प्लाट नं. 7-8, सेवॉय सावन कॉलोनी, होशंगाबाद रोड, रतनपुर, पोस्ट-मिसरोद, भोपाल-47

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