Sarita Bambha
लेखिका का जन्म पंजाबी परिवार में बिहार के संथाल परगना ज़िले के राजमहल नामक शहर में हुआ।
शिक्षा-दीक्षा और पालन-पोषण दुमका नामक शहर में हुआ। पंजाबी पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ-साथ बंगाल-बिहार के सांस्कृतिक सम्मिश्रण की सुगन्धमय संवेदनशीलता इन रचनाओं में सर्वत्र मिलती है।
संगीत एवं साहित्य में इनकी विशेष रुचि बचपन से ही रही है और इन दोनों विधाओं में एक गहरा सम्बन्ध इन्हें निरन्तर महसूस होता रहा है। पर कुछ कारणों से एम.ए. इतिहास में किया और बोकारो इस्पात नगर (बिहार) के उच्चविद्यालय में सन् 70 से सन् 88 तक अध्यापन कार्य करने के पश्चात् स्वैच्छिक अवकाश ग्रहण कर स्वतन्त्र लेखन प्रारम्भ किया।
प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनकी दर्जनों रचनाएँ प्रकाशित-प्रशंसित हुई हैं और आकाशवाणी से प्रसारित भी।