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Poorvasha

Hardbound
Hindi
NA
1st
1996
136
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₹80.00

पूर्वाशा - ओड़िया भाषा में महिलाओं द्वारा कथा-लेखन की एक समृद्ध परम्परा रही है और वह आज भी शिल्प, भाषा और कथ्य की नयी भंगिमाओं के साथ निरन्तर बरकरार है। प्रस्तुत 'पूर्वाशा' संकलन इसका जीवन्त प्रमाण है। 'पूर्वाशा' के बारे में इतना ही बताना काफ़ी होगा कि इसमें ओड़िया भाषा की पन्द्रह प्रतिष्ठित महिला कथाकारों की प्रतिनिधि कहानियाँ संकलित हैं। बड़ी बात यह कि संकलित कहानियाँ अपने समय और समाज के बदलते आचार-विचार, राग-विराग, अन्तद्वन्द्व और विसंगतियों का पूरी आत्मीयता के साथ मार्मिक और सार्थक चित्रण प्रस्तुत करती हैं।

राजेन्द्र प्रसाद मिश्र (Rajendra Prasad Mishra)

राजेन्द्र प्रसाद मिश्रजन्म : 6 अप्रैल 1955, रायरंगपुर, मयूरभंज (ओड़िशा)।एम.ए. (हिन्दी) व पीएच.डी. (जेएनयू, नयी दिल्ली) । अब तक ओड़िया से हिन्दी में अनूदित कुल 90 पुस्तकें प्रकाशित।विश्व हिन्दी सचिवालय

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